1. पानी में हाइपोक्लोराइट और क्लोरीन साम्य अवस्था में रहते हैं; 2. धातुओं की साम्य अवस्था का नाम प्रकृति यानि स्वस्थ अवस्था है। 3. यह मात्र एक भौतिकी व रसायन की एक साम्य अवस्था है । 4. ठोस का प्रत्येक परमाणु आकर्षण और प्रतिकर्षण बलों के मध्य साम्य अवस्था में रहता है। 5. ठोस का प्रत्येक परमाणु आकर्षण और प्रतिकर्षण बलों के मध्य साम्य अवस्था में रहता है। 6. ठोस का प्रत्येक परमाणु आकर्षण और प्रतिकर्षण बलों के मध्य साम्य अवस्था में रहता है। 7. ठोस का ताप जब परमशून्य से आगे बढ़ता है तो साम्य अवस्था के धर्म में परिवर्तन की संभावना उत्पन्न होती है। 8. ठोस का ताप जब परमशून्य से आगे बढ़ता है तो साम्य अवस्था के धर्म में परिवर्तन की संभावना उत्पन्न होती है। 9. ठोस का ताप जब परमशून्य से आगे बढ़ता है तो साम्य अवस्था के धर्म में परिवर्तन की संभावना उत्पन्न होती है। 10. अलिंग-प्रकृति की वह अवस्था है, जब मूल तत्त्व सत्त्व, रजस्, तमस् साम्य अवस्था में विद्यमान होते हैं ।